दिल की नज़र से....

दिल की नज़र से....
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मंगलवार, 14 दिसंबर 2010

आँखों से आँखों का हाल पूछना है

आँखों से आँखों का हाल पूछना है ...
कैसे करती हो ये कमाल?
बाकी है जो दिल में वो मलाल पूछना है ...
 
आँखे झुकती हैं तो हया भी गश खाती है,
कैसे करती हो ये कमाल? पूछना है 
 
कैसे हो जाती है पूरी तुम्हारी मन्नते सारी?
दुआ में उठती उन आँखों का जलाल पूछना है ...
 
मेरी याद में जब आँखें बहाती हैं आंसू , 
तब  होता है दिल कितना बेहाल? पूछना है ...
 
पूछना है ये, वो भी पूछना है, 
कैसे गुज़ारा इतना साल? पूछना है...
 

1 टिप्पणी:

SANDEEP PANWAR ने कहा…

बिल्कुल सही कहा है