बदनाम बस्ती...!
क्यों कोसते हो शहर की बदनाम गलियों को, यहां हर मोड़ पर एक "बदनाम बस्ती" है...
दिल की नज़र से....
(चेतावनी- इस ब्लॉग के सर्वाधिकार (कॉपीराइट) ब्लॉग के संचालनकर्ता और लेखक वैभव आनन्द के पास सुरक्षित है।)
शनिवार, 22 नवंबर 2008
मैं कौन हूँ ?
मैं जो सदियों से पैदा होता रहा... मैं जो कभी शब्दों में, कभी पैमाइश में तुलता रहा... बस उसी की अगली कड़ी हूँ....
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